भारत की पारंपरिक ज्योतिषीय विधाओं में उत्तराखंड की पाण्डवानी सांचा विद्या का विशेष स्थान है। यह केवल भविष्यवाणी की एक प्रणाली नहीं है, बल्कि इसमें आध्यात्मिकता, कर्मकांड और मंत्र सिद्धि का अद्भुत समावेश होता है। उत्तराखंड के बडकोट उत्तरकाशी में स्थित रघुनाथ पांडवानी सांचा ज्योतिष केंद्र इस प्राचीन विद्या के माध्यम से लोगों के जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने, मार्गदर्शन देने और धर्म-संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।
रघुनाथ पांडवानी सांचा ज्योतिष केंद्र में प्राचीन पाण्डवानी सांचा विद्या का उपयोग कर ज्योतिषीय विश्लेषण और आध्यात्मिक समाधान दिए जाते हैं। इस विधा की कुछ प्रमुख विशेषताएँ हैं
रघुनाथ पांडवानी सांचा ज्योतिष केंद्र में यह विद्या केवल समस्याओं का समाधान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति को आत्मज्ञान और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करने में भी सहायक होती है।
यह विधा जीवन के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर जीवन के सच्चे अर्थ को समझने में सहायता करती है। - व्यक्ति को धर्म, सत्य, कर्म और भाग्य के संबंध में सही दृष्टिकोण देती है। आध्यात्मिक साधना और साधकों के लिए यह ध्यान, पूजा और उपासना का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।